Site icon Trending Sandesh

यह गाय एक दिन में देती है 123 लीटर दूध।😯क्या खाती है जानकर चौंक जाएंगे।

This cow gives 123 liters of milk in a day. You will be shocked to know what it eats.ये गाय एक दिन में देती है 123 लीटर दूध, जानिए क्या खाती है ये गाय।

🐄 दुनिया का दूध निर्माण चमत्कार: 24 घंटे में 123.61 लीटर!

गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, एक गाय ने सिर्फ 24 घंटों में 123.61 लीटर दूध निकाला — यह लगभग 32.65 अमेरिकी गैलन या 27.19 यूके गैलन (लगभग 127.57 किग्रा) के बराबर है। यह रिकॉर्ड “मशीन के ज़रिए दोहा” (mechanical milking) द्वारा बनाया गया है।

यह रिकॉर्ड ब्राजील की “Girolando” नस्ल की गाय द्वारा 3 अक्टूबर 2019 को बनाया गया, जिसने 39 साल पुरानी पिछली रिकॉर्ड को तोड़ा।

🛠 मशीन से दुग्ध दोहन क्या है?

“ऑटोमैटिक मिल्किंग सिस्टम” (AMS), या “रोबोटिक मिल्किंग”, गाय का दूध निकालने का आधुनिक तरीका है, जिसमें:

इसके प्रमुख लाभ:

🇮🇳 भारत में आधुनिक मिल्किंग तकनीक का वर्तमान परिदृश्य

भारत में अभी भी ज़्यादातर छोटे एवं मझोले किसान पारंपरिक हाथ द्वारा दोहाई करते हैं। हालांकि:

🚀 क्या भारत में 123.61 लीटर संभव है?

ऐसा संभव है — लेकिन चुनौतियाँ हैं:

1. वंश चयन (Breeding)

ब्राजील की गाय “Girolando” जैसी नस्लें उच्च उत्पादन के लिए मॉडिफ़ाई की गई हैं। भारत में “Sahiwal”, “Gir” जैसी नस्लें हैं, लेकिन इनका औसत उत्पादन 10–20 लीटर/दिन होता है।

2. पोषण (Nutrition)

उच्च उत्पादन के लिए ऊर्जा, प्रोटीन और खनिजों का संतुलन आवश्यक है। भारत में चारे की उपलब्धता मौसमी है।

3. स्वास्थ्य एवं मनोयोग

स्वस्थ गाय ही अधिक उत्पादन कर सकती है। साख विकार, टीकाकरण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा।

4. मशीनीकृत प्रणाली

भारत में इस तरह के स्वचालित मिल्किंग सिस्टम बढ़ रहे हैं, लेकिन आरंभिक लागत ₹1–2 करोड़ तक होती है।

🌿 भारतीय संदर्भ: संभावनाएं और पहल

1. सहकारी समितियों का योगदान

गुजरात का अमूल और महाराष्ट्र की सहकारी संस्थाएं आधुनिक दूध संयंत्रों को अपना रही हैं।

2. वैज्ञानिक वंशित सुधार

Girolando जैसी नस्लों को भारतीय जलवायु के अनुकूल बनाने हेतु AI, IVF जैसी तकनीकें इस्तेमाल हो रही हैं।

3. स्मार्ट फार्मिंग

भारतीय ऐप्स जैसे iCow पशु स्वास्थ्य और दूध डेटा ट्रैक कर रहे हैं।

4. नीति और वित्तीय समर्थन

राष्ट्रीय डेयरी योजना और NDDB जैसी योजनाएं तकनीकी अपनाने हेतु मदद कर रही हैं।

🎯 यदि भारत में बने 123 लीटर/24 घंटे का रिकॉर्ड

यह रिकॉर्ड भारत के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है:

भारत में औसत उत्पादन 8–12 लीटर/गाय/दिन है। 100+ लीटर हासिल करने के लिए एकीकृत फार्मिंग मॉडल अपनाना होगा।

🇮🇳 संभावित भविष्य: भारत का “दूध क्रांति 2.0”

इन पहलों से किसानों की आमदनी, पशु स्वास्थ्य और उत्पादकता तीनों में सुधार होगा।

🔚 निष्कर्ष

24 घंटे में 123.61 लीटर दूध निकालने की यह गिनीज़ रिकॉर्ड उपलब्धि एक प्रेरणा है। भारत इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है और संभव है कि आने वाले वर्षों में भारतीय गायें भी यह कीर्तिमान स्थापित करें।

क्या आप मानते हैं कि भारत अगला दूध उत्पादन रिकॉर्ड बना सकता है? अपने विचार नीचे साझा करें!


~: धन्यवाद :~

Exit mobile version