चीन का विशाल निर्माण जो पृथ्वी की गति को धीमा कर रहा है: नासा का दावा
हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। नासा के अनुसार, चीन में बना एक विशाल ढांचा, जिसे “थ्री गॉर्जेस डैम” (तीन घाटियों का बांध) के नाम से जाना जाता है, पृथ्वी के घूर्णन को धीमा कर रहा है। यह दावा न केवल वैज्ञानिक समुदाय बल्कि आम लोगों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
थ्री गॉर्जेस डैम: एक इंजीनियरिंग का चमत्कार
चीन की यांग्त्सी नदी पर बना थ्री गॉर्जेस डैम दुनिया का सबसे बड़ा जलविद्युत बांध है। इसकी लंबाई लगभग 2.3 किलोमीटर और ऊंचाई 185 मीटर है। इस बांध के जलाशय में 42 अरब टन पानी संग्रहित होता है, जो इसे एक विशाल जल भंडार बनाता है। यह बांध न केवल बिजली उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि बाढ़ नियंत्रण और नौवहन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन, नासा का कहना है कि इस बांध का आकार और वजन इतना अधिक है कि यह पृथ्वी की गति पर असर डाल रहा है।
पृथ्वी का घूर्णन धीमा क्यों हो रहा है?
नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, थ्री गॉर्जेस डैम में संग्रहित पानी का विशाल द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान वितरण को बदल रहा है। इसे समझने के लिए हम एक साधारण उदाहरण ले सकते हैं। जब कोई स्केटर अपनी बाहों को फैलाता है, तो उसकी घूर्णन गति धीमी हो जाती है, और जब वह बाहों को सिकोड़ता है, तो गति तेज हो जाती है। इसी तरह, थ्री गॉर्जेस डैम में पानी का भारी द्रव्यमान पृथ्वी के “मोमेंट ऑफ इनर्शिया” को बढ़ा रहा है, जिससे पृथ्वी का घूर्णन थोड़ा धीमा हो रहा है।
नासा का अनुमान है कि इस बांध के कारण पृथ्वी का एक दिन 0.06 माइक्रोसेकंड (यानी एक सेकंड का दस लाखवां हिस्सा) लंबा हो गया है। इसके अलावा, बांध के द्रव्यमान ने पृथ्वी के अक्ष को लगभग 2 सेंटीमीटर तक स्थानांतरित कर दिया है। हालांकि ये बदलाव बहुत छोटे हैं और आम लोगों के दैनिक जीवन पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं डालते, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण खोज है।
पर्यावरण और भूवैज्ञानिक प्रभाव
थ्री गॉर्जेस डैम के पर्यावरणीय और भूवैज्ञानिक प्रभाव भी चर्चा में हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि बांध में संग्रहित पानी का भारी वजन आसपास के भू-क्षेत्र पर दबाव डाल रहा है, जिससे भूकंप या भूस्खलन जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, इस बांध के निर्माण से यांग्त्सी नदी के पारिस्थितिकी तंत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जिसमें कई प्रजातियों के आवास नष्ट हो गए हैं।
क्या यह चिंता का विषय है?
हालांकि पृथ्वी के घूर्णन में यह बदलाव बहुत सूक्ष्म है, लेकिन यह हमें मानव निर्मित संरचनाओं के वैश्विक प्रभावों के बारे में सोचने पर मजबूर करता है। थ्री गॉर्जेस डैम जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स न केवल स्थानीय पर्यावरण को प्रभावित करते हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी असर डाल सकते हैं। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
निष्कर्ष
थ्री गॉर्जेस डैम एक इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है, लेकिन नासा का यह दावा कि यह पृथ्वी की गति को धीमा कर रहा है, हमें इसके व्यापक प्रभावों पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है। यह खोज हमें मानव और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। क्या आप इस बारे में क्या सोचते हैं? अपनी राय हमारे साथ साझा करें!
स्रोत: नासा के दावों के आधार पर, इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट, 26 अप्रैल 2025
नोट: यह ब्लॉग स्थानीय पाठकों के लिए सरल और आकर्षक भाषा में लिखा गया है ताकि वैज्ञानिक जानकारी को आसानी से समझा जा सके।
~: धन्यवाद :~
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